चंडीगढ़ मेयर चुनाव इस बार दिलचस्प; कांग्रेस उम्मीदवारों ने नामांकन भरा, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल साथ रहे, AAP से मेलजोल पर नजर
Chandigarh Mayor Election 2024 Congress Candidates Filed Nomination
Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के लिए मैदान में उतरे उम्मीदवार आज अपना नामांकन दाखिल कर रहे हैं। जहां इस कड़ी में आप और बीजेपी से पहले कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों ने नामांकन भर दिया है। मेयर पद के लिए कांग्रेस के जसबीर बंटी, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरप्रीत गाबी और डिप्टी मेयर पद के लिए निर्मला देवी ने नामांकन दाखिल किया। इस दौरान कांग्रेस के ये तीनों उम्मीदवार फूल मालाएं पहने दिखे। साथ ही नामांकन के दौरान चंडीगढ़ के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल भी साथ रहे। चंडीगढ़ में पवन बंसल कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं। वहीं बंसल के अलावा चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एच एस लक्की समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं की भी मौजूदगी रही।
नामांकन दाखिल करते हुए तस्वीर
18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव
मालूम रहे कि, मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है। इस चुनाव में जनता वोट नहीं करती है। जनता द्वारा चुने हुए पार्षद इस चुनाव में वोट डालते हैं। वहीं इस बार 18 जनवरी को मेयर चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। इस बार कांग्रेस भी मैदान में है। ऐसे में मेयर चुनाव में आप, कांग्रेस और बीजेपी में त्रिकोणी मुक़ाबला कड़ा होने वाला है। इस बार का मेयर चुनाव दिलचस्प होगा। दरअसल, पिछली बार के मेयर चुनाव में कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया था और प्रदेश अध्यक्ष एच एस लक्की अपने सभी पर पार्षदों को लेकर चंडीगढ़ से बाहर चले गए थे। लेकिन इस बार जब कांग्रेस मैदान में है और तो चुनावी स्थिति कुछ भी हो सकती है।
क्योंकि कांग्रेस के पास अपने 7 पार्षद ही हैं। ऐसे में कांग्रेस का चुनाव मैदान में उतरना। यह कुछ हजम नहीं हो रहा। बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और आप में मेलजोल होने की अटकलें लग रहीं हैं। कांग्रेस और AAP के मेलजोल पर सबकी नजर है। वैसे भी INDIA गठबंधन के तहत दोनों पार्टियों में साथ चुनाव लड़कर सीटों के बँटवारे पर बात चल रही है। वहीं अगर चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस और आप में बात नहीं बनती है तो ऐसे में क्रॉस वोटिंग की पूरी संभावना बन रही है।
क्रॉस वोटिंग से पलट जाती है बाजी
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में पार्षदों की वोटिंग में क्रॉस वोटिंग का अंदेशा बरकरार रहता है। जहां किसी पार्टी के लिए बाजी किसी भी वक्त पलट जाती है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में अक्सर क्रॉस वोटिंग देखने को मिलती है। इसके अलावा वोट डैमेज घोषित होने से भी चुनाव रिजल्ट पर प्रभाव पड़ता है। डैमेज वोट की गिनती नहीं की जाती और उसे इनवैलिड करारा दे दिया जाता है। क्रॉस वोटिंग और डैमेज वोट जैसे कारणों से पर्याप्त बहुमत नहीं होने के बावजूद बीजेपी कई बार बाजी मार चुकी है.
BJP के लिए मुश्किल हो गई!
फिलहाल, चंडीगढ़ मेयर चुनाव के मैदान में BJP के लिए मुश्किल हो गई है। आप में एक पार्षद (गुरचरणजीत सिंह काला) के चले जाने से और कांग्रेस के चुनावी मैदान में मौजूद होने के चलते पार्टी का खेल बिगड़ सकता है। कांग्रेस के न आने तक बीजेपी का सीधे-सीधे आप से मुक़ाबला था। साथ ही जाहिर सी बात थी कि बीजेपी के पास वोटों की संख्या सबसे ज्यादा होने से उसकी जीत पक्की हो जाती। क्योंकि आप के पास तो उसके वोट ही कम हैं। बहराल अब खेला हो सकता है। हालांकि बीजेपी अपनी जीत कायम रखने के लिए हर प्रकार से पूरा ज़ोर लगा रही है। बीजेपी साधारण तो हार नहीं मानने वाली।
अभी अनूप गुप्ता चंडीगढ़ के मेयर
पिछले साल 17 जनवरी को मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए चुनाव हुआ था। तब वार्ड नंबर- 11 से पार्षद और बीजेपी नेता अनूप गुप्ता चंडीगढ़ के 29वें मेयर चुने गए थे। अनूप गुप्ता ने वार्ड नंबर- 21 से आम आदमी पार्टी के पार्षद और मेयर उम्मीदवार जसवीर सिंह लाडी को हराया था। फिलहाल अब 18 जनवरी को चंडीगढ़ को नया मेयर मिलेगा।